Key Hightlights
"वर्ल्ड किडनी डे" के मौके पर श्री अरबिंदो अस्पताल में ऑर्गन डोनेशन वर्कशॉप का आयोजन
इंदौर। ऑर्गन डोनेशन के दौरान एक-एक पल बेहद कीमती होता है। ऐसे में यदि किडनी ट्रांसप्लांट रोबोट्स के माध्यम से किया जाये तो समय भी बचेगा और रिजल्ट भी बहुत बेहतर मिलेंगे। सबसे अच्छी बात ये है कि रोबोटिक ट्रांसप्लांट में अपेक्षाकृत समय कम लगने से कई अनमोल जिंदगियाँ भी बचाई जा सकेंगी। इसीलिए हम जल्द ही मध्य भारत में पहली बार रोबोटिक किडनी ट्रांसप्लांट करने जा रहे हैं। इसी साल हम रोबोटिक हार्ट और लिवर ट्रांसप्लांट भी शुरू करने जा रहे हैं। इसके लिए हम चिकित्सा क्षेत्र में अव्वल, फ्रांस के विश्व प्रसिद्ध इर्काड संस्थान के साथ एमओयू साइन कर चुके हैं।
ये बात "वर्ल्ड किडनी डे" के मौके पर श्री अरबिंदो अस्पताल में आयोजित ऑर्गन डोनेशन एजुकेशनल वर्कशॉप का उद्घाटन करते हुए फाउंडर चेयरमैन डॉ. विनोद भंडारी ने कही। डिपार्टमेंट ऑफ नेफ्रोलॉजी द्वारा आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में डॉ. भंडारी ने कहा कि ऑर्गन डोनेशन के मामले में परिजनों की काउंसलिंग बहुत महत्वपूर्ण होती है। उनकी हिचक दूर करने की स्पेशल ट्रेनिंग भी नए डॉक्टरों को दी जानी चाहिए।
पूरी पारदर्शी है अंगदान की प्रक्रिया
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. संजय दीक्षित ने कहा कि पिछले एक दशक में अंगदान के क्षेत्र में इंदौर में काफी काम हुआ है और अच्छी बात ये है कि हम इस बेहद सेंसेटिव काम को पूरी पारदर्शिता के साथ कर रहे हैं। इस अवसर पर प्रसिद्ध नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. प्रदीप सालगिया, डॉ. संदीपन आर्य, डीन (स्टूडेंट्स वेलफेयर) डॉ. जयश्री तापड़िया, डीन (मेडिकल कॉलेज) डॉ. आर.आर. वाबरे, विभागाध्यक्ष डॉ. श्रद्धा गोस्वामी सहित बड़ी संख्या में श्री अरबिंदो विश्वविद्यालय के फेकल्टी मेंबर्स, डॉक्टर्स और स्टूडेंट्स मौजूद थे।